
3 months agoLess than 1 min read
एक दास्तान ऐसी भी

एक तरफ़ा प्यार
मुकमल ना हो कर भी हमेशा पुरी ही रहती है
ना ज़्यादा प्यार मिलने की शिकायत होती है ना कम मिलने का अफ़सोस
ना ऐतबार का गम ना उससे पाने की खुशी
होती है तो बस हमेशा आँखों मै नमी और चेहरे पर हसी
उसकी चिंता मै चूर रह कर भी
अपने मै मश्ग़ूल रहना
यह प्यार नहीं
दिल की एक तमन्ना जो ना चैन देती है ना दुःख
Appreciate the creator