रक्षा बंधन।।
श्रावण माह की पूर्णिमा की पावन रौनक के रूप में रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन बहनें एक रेशम की डोरी से भाइयों का श्रृंगार करती है और उस डोरी से बंधे भाइयों के हाथ बहनों को आशीर्वाद देते हैं। रक्षाबंधन का अर्थ ही है भाई बहन का त्यौहार।।
यह माना जाता है कि भगवान इंद्र की पत्नी शचि से इस त्यौहार की शुरुआत हुई थी।। राजा बलि से अपनी रक्षा के लिए उन्होंने अपने पति को राखी बांधी थी ।।इसलिए पहले यह त्यौहार पति और पत्नी के बीच भी मनाया जाता था ।।परंतु आज यह त्यौहार भाई-बहन की एकता और प्यार का प्रतीक है बड़े ही चाव से बहने भाइयों के लिए राखियां लाती है कई तो खुद घरों में ही बनाती है ।।आजकल स्कूल में भी लड़के और लड़कियां आपस में राखी बांधकर यह त्यौहार मनाते हैं।। नई-नई तरह की राखियां बनाकर एक दूसरे को पहनाने का चलन चल पड़ा है ।।
भाई और बहन के बीच प्यार, तकरार और खुशियों का प्रतीक है राखी।। इस दिन बहन का भाई की कलाई पर धागा बांधने का अर्थ है एक सुकून भरे आशीर्वाद की प्राप्ति ,जिसमें भाई द्वारा बहन को जीवन भर रक्षा करने का वादा किया जाता है
सुप्रिया सोनी।।
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