
ऐसा लगता है बहुत सालों बाद खुलके साँस मैंने ली है
दिमाग को छोड़ कर दिल की मैंने सुनी है
बंधे हुए दिल को खुलके बोलने का मौका देकर खुद से है मिली हूँ मै
आज ऐसा लगा सिर्फ ज़िंदा नहीं जी भी रही हूँ मै
बहुत सालों बादआज ऐसा लगा है
पहली बार खुश होने की वजह ढूंढ़नी नहीं पड़ी है मुझे