अधिकार अपने मताधिकार का

4 months ago

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यार, फिर से वोटिंग ? मैं तो नहीं जा रहा इस बार वोट करने| क्यों जाऊँ और किस लिए ? मेरे एक वोट देने जाने से कौन सा इस देश में कुछ बदल जाने वाला है | आज तक देखा है आपने कोई बदलाव ? भैया मैंने तो नहीं देखा कोई भी बदलाव | हर साल चुनाव आते है लोग वोट देते है, लेकिन सरकार बदलती है देश नहीं | न्यूज़ चैनल हो या अख़बार उठाओ हर जगह वही खबरें कहीं भ्रष्टाचार तो कहीं बलात्कार तो कहीं चोरी लुट पाट, कहीं किसान ने फाशी लगा ली तो कहीं किसी बेरोजगार ने आत्महत्या कर ली | कहाँ है नौकरियाँ, कहाँ है भ्रष्टाचार मुक्त शिक्षा, कहाँ है आम जनता की सुरक्षा ? सडको पर खड्डे सिर्फ चुनावों  में भरे जाते है, झूठे वादों में आज भी आम जनता को ही गुमराह किये जाते है| आप भी कुछ ऐसे ही सवालों से घिरे होगे और सोच रहे होगे के मेरे एक वोट देने से क्या ही हो जायेगा ? पर अपने इस सवाल पर जरा फिर से विचार कीजिये | क्योंकि एक वोट जिसे आप युही मामूली समझ के गवाने की बात कर रहे है वो पुरे देश के भविष्य का निर्माण करने में उतना ही योगदान देगी जितना एक वोट देने से होता है | कृपया इस बात का ज्ञात रहे की चुनाव में वोट देने और न देने दोनों ही प्रक्रिया की सामान भागीदारी होती है| तो यदि आप यह सोच रहे है की आप वोट नहीं देंगे तो भी आप उतने ही जिम्मेदार है एक प्रतिनिधि को चुनने में जितना की आपका एक किमती वोट का योगदान होगा क्योंकि अंततः आप ही जिम्मेदार है उस प्रतिनिधि के सत्ता में आने का और उसका कारण है आपका एक वोट न देना | मतदान करना उतना ही जरुरी है जितना की रक्तदान | जिस प्रकार हम रक्तदान से जिंदगी को बचाते है वैसे ही मतदान हमारे देश का भविष्य बचाते है |

तो आइये जानते है मतदान किस लोकतंत्र के लिए जरुरी है :-

1.      मेरा मत मेरा अधिकार :- मेरा मत मेरा अधिकार अर्थात मौलिक अधिकार | मौलिक अधिकार लोकतंत्र के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है यह नागरिकों को उनकी आज़ादी और नए का अधिकार प्रदान करता है जिसके जरिये एक मजबूत लोकतंत्र की रचना की जाती है | इसलिए प्रतेक व्यक्ति का यह फ़र्ज़ बनता है की वह अपने मौलिक अधिकारों का उपयोग कर के एक ऐसे प्रतिनिधि का चुनाव करें जो की देश को प्रगतिशील बनाने में अपनी भूमिका प्रदान करे |  

2.      नागरिक कर्तव्य – प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य है की वह चुनावी प्रक्रिया में अपनी भूमिका अदा करें जिससे देश की प्रगति एवं भविष्य के निर्माण में उनकी भागीदारी दर्ज हो सके जो की बहुत ही आवश्यक है | वोट देना प्रत्येक नागरिक का कर्त्तव्य है ताकि वो अपने अधिकारों की रक्षा कर सके एवं देश की बागडोर एक सही प्रतिनिधि को सौंप सके |

3.      प्रतिनिधि का चयन – मौलिक अधिकार, प्रतेक व्यक्ति को ये अधिकार देते है की प्रत्येक व्यक्ति अपने मत के जरिये एक सही व्यक्ति का चुनाव कर उसे सिर्फ एक मात्र अपनी नहीं अपितु देश की आवाज़ के रूप में प्रस्तुत कर सके | परन्तु यदि नागरिक अपने इस अधिकार का उपयोग न करें या उसका दुरुपयोग करें तो एक गलत प्रतिनिधि का चयन होने की सम्भावना बढ़ जाती है जिससे लोकतंत्र को क्षति पहुँचती है एवं जनता की आवाज़ को दबाकर अपने निजी मुद्दों को बढ़ावा दिया जाता है जो किसी भी देश के लिए सही नहीं है इसलिए अपने मताधिकार का उपयोग कर एक सही प्रतिनिधि का चयन करें |

4.      नीतियों का सही मार्गदर्शन- जो सत्ता में है और जो सत्ता में नहीं है उन दोनों की नीतियाँ जो देश के भविष्य के मद्दे नज़र कितनी सहायक होगी इस बात का अवलोकन करना नागरिक की जिम्मेदारी है क्योंकि जिसकी नीतियाँ एक सशक्त देश बनने में सहायक है उनका सत्ता में आना जरूरी है और उन नीतियों को कैसे और सही दिशा दी जाये उसमें भी नागरिक की भागीदारी जरूरी है तो कृपया अपने मत का सही उपयोग कर उन नीतियों का मार्गदर्शन करें जो की भविष्य में देश की जनता और देश दोनों के लिए हितकारी हो |    

5.      जिम्मेदारियों का एहसास – कई बार हमारे द्वारा चुने गये प्रतिनिधि अपने उदेश्य से विमुख हो जाते है वो जनता को किये गये वादों पर खरा नहीं उतर पाते या जनता की जिस आवज़ के लिए वो चुने जाते है उसी आवाज़ को दबा दिया जाता है ऐसे में प्रत्येक नागरिक का फ़र्ज़ बनता है की अपने मत के जरिये ऐसे प्रतिनिधि को उनकी जिम्मेदारियों का एहसास करवाए की उन्हें सत्ता में हम ही लाये थे तो उन्हें सत्ता से हम हटा भी सकते है | यह हमारा अधिकार है की हम प्रतिनिधि को यह बतला सके की जो देश और देश की जनता के लिए कार्यरत होगा वही सत्ता में होगा |

6.      नई सोच का संचार- कई बार सालो से चलती आ रही पीढ़ियाँ सत्ता में अपनी जड़ जमाये रहती है और देश की प्रगति को दीमक की तरह कुतरतीं रहती है तो अपने मत के योगदान के जरिये नयी सोच को प्रोत्साहन देकर उन्हें सत्ता में लाया जा सकता है जिससे भावी पीढ़ी को और देश के युवा में एक नये जोश का संचार हो पाए और वो भी अपने विचारो एवं अपने मतों के जरिये देश को एक नए मुकाम की तरफ अग्रसर कर पाए |

7.      समानता का महत्व – मताधिकार सिर्फ प्रतिनिधि का चयन करने की प्रक्रिया नहीं है अपितु वो एक ऐसी प्रक्रिया है जो समाज में बिना किसी भेद भाव के सबको एक समानता का अधिकार प्रदान करती है, इस अधिकार का उपयोग देश का प्रत्येक नागरिक अपनी अपनी जरूरतों के मुताबिक अपने आवाज़ के लिए एक प्रतिनिधि का चयन करते है जो की बाध्य है की वो देश की जनता की बिखरी आवाज़ को एक सुर दे सके और उन्हें एक सामान अधिकार भी और उसी समानता के साथ उनकी जरूरतों को भी पूरा किया जाये वो भी बिना किसी भेद भाव के | 

8.      विविधता का सम्मान – मतदान यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें प्रत्येक व्यक्ति अपनी अपनी जरूरतों को मद्दे नज़र रख कर मत देता है और अपने प्रतिनिधि को चुनता है | यह प्रतिनिधि किसी भी समुदाय या धर्म या जाती या किसी भी लिंग या आर्थिक क्षेत्र या भौगोलिक क्षेत्र से हो सकता है यदि वो एक सच्चे नायक है तो उनकी विविधता का सम्मान रखते हुए देश की जनता उन्हें अपने मत के जरिये चुन सकती है|

9.      देश की प्रगति में योगदान – देश का नागरिक होने के नाते प्रत्येक नागरिक का यह फ़र्ज़ है की वो देश की प्रगति में अपना योगदान दे और यह तभी सम्भव है जब उस देश का लोकतंत्र सुरक्षित हो इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को मतदान करना आवश्यक है ताकि आप देश की सत्ता को एक सही व्यक्ति के हाथो में सौंप सके जो देश को नई प्रगति की दिशा के तरफ ले जाये |

10. लोकतंत्र की मजबूत – मौलिक अधिकारों को लोकतंत्र में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है |मौलिक अधिकार के जरिये आम जनता राजनीतिक प्रक्रिया में भाग लेते है एवं अपने विचरो को रखते है, अपने लिए प्रतिनिधि का चयन करते है और सरकार को उनकी जिम्मेदारियों का एहसास करवाते है | अपने मताधिकार के जरिये प्रत्येक व्यक्ति देश का भविष्य सर्जित करने में अपनी भागीदारी दर्ज करता है | मताधिकार से लोग अपने अधिकारों की रक्षा करने के लिए सक्रीय होते है| अपने लिए आवाज़ उठाने तथा उनकी आवाज़ दबाने वालो के प्रति निर्णय लेने ,दोनों कार्य में भूमिका निभाता है जो की देश के लोकतंत्र को मजबूत करने में सहायक होते है |

मताधिकार, मेरा मत मेरा अधिकार, मौलिक अधिकार , शब्द अनेक लेकिन मतलब एक आप स्वयं अपने अधिकारों की रक्षा के लिए है | आपका किमती मत सिर्फ आपके या आपके परिवार या समाज तक ही नहीं सिमित है अपितु ये पुरे देश के भविष्य के लिए किमती है | आपका मत पूरे देश को या तो प्रगति की तरफ ले जा सकता है फिर उसे पीछे धकेल सकता है | कहने को एक वोट की बात है लेकिन देखा जाये तो ये एक वोट ही जो असलियत में देश का भाग्य लिखने में सहायक है और आवश्यक भी | एक नम्बर है तो बहोत छोटा लेकिन देखा जाये तो उसकि कीमत सबसे बड़ी है | तो कृपया अपने एक वोट का सही इस्तेमाल कर देश के हित में अपना योगदान प्रदान करे |

खाना मेरी थाली में हो न हो,

पानी मेरे नल में हो न हो,

सड़के टूटी आज हो कल हो ,

बत्ती आज हो कल भले ही न हो ,

मेरी रसोई में गैस हो न हो,

लेकिन मेरे सीने में एक आग हमेशा हो ,

मेरा देश मेरे लिए हमेशा सबसे पहले हो ,

और मेरा वोट हमेशा मेरे देश के हित में हो...

-    Waves of sarita

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